रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास सबसे बड़ा मास्टरस्ट्रोक! क्या भारत को 16 सालों बाद दिलाएंगे वर्ल्ड कप

Published on: 07 May 2025 | Author: Praveen Kumar Mishra
Rohit Sharma: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया. 38 साल के इस दिग्गज बल्लेबाज ने यह फैसला ऐसे समय में लिया, जब उनकी फॉर्म और कप्तानी पर सवाल उठ रहे थे. ऐसे में रोहित के लिए ये मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है क्योंकि उनकी फॉर्म और फिटनेस को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं.
ऐसे में अब रोहित टेस्ट फॉर्मेट को अलविदा कहने के बाद अब अपना पूरा फोकस वनडे फॉर्मेट में लगाएंगे. अगला विश्व कप साल 2027 में होना है और रोहित इस विश्व कप को अपने नाम कर भारत को 16 सालों बाद वनडे वर्ल्ड कप में जीत दिलाना चाहेंगे.
रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का फैसला
रोहित शर्मा ने इंस्टाग्राम पर अपने टेस्ट संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि वह वनडे क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व जारी रखेंगे. रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में 116 पारियों में 4301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं. उनकी कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ कई यादगार जीत हासिल कीं. लेकिन हाल के महीनों में उनकी फॉर्म में गिरावट और 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन ने उन पर दबाव बढ़ा दिया था.
क्यों है मास्टरस्ट्रोक?
रोहित का यह फैसला कई मायनों में मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है. पहला, 38 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट की शारीरिक और मानसिक मांग को पूरा करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. टेस्ट से संन्यास लेकर रोहित अब वनडे और आईपीएल जैसे छोटे प्रारूपों पर ध्यान दे सकते हैं. दूसरा, उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी वनडे में भारत के लिए सबसे बड़ी ताकत है. 2023 वनडे विश्व कप में रोहित ने 597 रन बनाए थे और फाइनल तक भारत को पहुंचाया था. तीसरा, यह फैसला बीसीसीआई को टेस्ट और वनडे के लिए अलग-अलग कप्तान चुनने का मौका देता है, जिससे दोनों प्रारूपों में रणनीति बेहतर हो सकती है.
2027 विश्व कप का सपना
भारत ने आखिरी बार 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वनडे विश्व कप जीता था. तब से 16 साल बीत चुके हैं, और भारतीय प्रशंसक एक और विश्व कप का इंतजार कर रहे हैं. रोहित शर्मा, जिन्हें 'हिटमैन' के नाम से जाना जाता है, इस सपने को पूरा करने के लिए सबसे मजबूत दावेदार हैं. उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और शांत कप्तानी ने भारत को कई मौकों पर जीत दिलाई है. 2024 में टी20 विश्व कप जीतने के बाद रोहित ने टी20 से संन्यास लिया, और अब टेस्ट से हटकर वह वनडे पर पूरा फोकस करेंगे.