भारत की कप्तानी छोड़ने पर विराट कोहली ने तोड़ी चुप्पी, बोले- 'मैंने भारत के लिए काफी कुछ जीता लेकिन...'

Published on: 06 May 2025 | Author: Praveen Kumar Mishra
Virat Kohli: भारत के दिग्गज बल्लेबाज कोहली ने अपने क्रिकेट करियर के सबसे मुश्किल दौर पर बात की है. उन्हें एक समय पर भारत और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु की कप्तानी दबाव में डाल रही थी. वे मानसिक रूप से परेशान हो गए थे. कोहली ने बताया कि लगातार दबाव और जिम्मेदारियों ने उन्हें भारत और RCB की कप्तानी छोड़ने का फैसला लेने के लिए मजबूर किया.
हाल ही में एक पॉडकास्ट में उन्होंने इस बारे में खुलासा किया और अपने दिल की बात फैंस के साथ साझा की. बता दें कि कोहली ने साल 2021 में टी-20 की कप्तानी छोड़ी थी और फिर उन्हें वनडे से भी हटा दिया गया था. इसके बाद विराट ने खुद टेस्ट की भी कप्तानी छोड़ दी थी.
कप्तानी का दबाव और मानसिक तनाव
विराट कोहली ने 2014 से 2022 तक भारतीय टीम की कप्तानी की और 2013 से 2021 तक RCB की कमान संभाली. इस दौरान उनसे हर मैच में रन बनाने की उम्मीदें थीं. विराट ने बताया कि, “ साल 2016 से लेकर 2019 तक मेरे लिए बहुत मुश्किल दौर था. मैं 7-8 साल तक भारत और 9 साल तक RCB का कप्तान था. हर समय मुझ पर नजरें थीं. मुझे लगने लगा था कि मैं 24 घंटे दबाव में हूं. यह सब मेरे लिए बहुत भारी हो गया था.”
कप्तानी छोड़ने का फैसला
कोहली ने 2021 में RCB की कप्तानी छोड़ी और उसी साल टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम की कप्तानी से भी हट गए. बाद में BCCI ने उन्हें वनडे कप्तानी से हटा दिया, क्योंकि बोर्ड व्हाइट-बॉल क्रिकेट के लिए एक ही कप्तान चाहता था. इस फैसले को लेकर कोहली और तत्कालीन BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली के बीच सार्वजनिक विवाद भी हुआ. बता दें कि 2022 की शुरुआत में साउथ अफ्रीका में मिली हार के बाद कोहली ने टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी. उन्होंने कहा, “मैं क्रिकेट खेलना चाहता था, बिना किसी जजमेंट के. मैं खुश रहना चाहता था, इसलिए मैंने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया.”
RCB छोड़ने का भी आया था ख्याल
कोहली ने आगे कहा, “मैंने सोचा कि मेरे लिए क्या ज्यादा कीमती है. मैंने भारत के लिए बहुत कुछ जीता, बहुत सारी उपलब्धियां हासिल कीं. लेकिन RCB के साथ मेरा रिश्ता और आपसी सम्मान मेरे लिए ज्यादा मायने रखता है. मैंने फैसला किया कि मैं यहीं रहूंगा, चाहे हम जीतें या हारें. यह मेरा घर है.”