WhatsApp Status Row: MP कांग्रेस नेता ने लगाया 'धर्म परिवर्तन' से जुड़ा व्हाट्सऐप स्टेटस, विवाद के बाद केस दर्ज

Published on: 05 Aug 2025 | Author: Garima Singh
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के इंदौर से एक नया विवाद सुर्खियों में आया है. यहां युवा कांग्रेस के शहर अध्यक्ष रमीज खान के खिलाफ 'धर्म परिवर्तन' अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. यह कार्रवाई उनके द्वारा कथित तौर पर वाट्सऐप स्टेटस पर धर्मांतरण को प्रोत्साहन देने वाले कंटेंट शेयर करने के आरोप में की गई है. इस मामले ने स्थानीय स्तर पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं जिसके बाद सामाजिक तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.
पुलिस के मुताबिक, मामला भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की इंदौर इकाई के अध्यक्ष सौगत मिश्रा की शिकायत के बाद दर्ज किया गया. मिश्रा ने आरोप लगाया कि रमीज खान ने अपने वाट्सऐप स्टेटस के जरिए धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश की. मिश्रा ने अपनी शिकायत में कहा, "खान ने अपने वाट्सऐप स्टेटस के जरिए ऐसी तस्वीर साझा की, जिसमें काले और सफेद रंग वाले दो अलग-अलग मानव दिल दिखाए गए थे, जिनमें से सफेद वाले दिल के नीचे अंग्रेजी में ‘कन्वर्ट्स टू इस्लाम’ (इस्लाम में 'धर्म परिवर्तन') लिखा था. युवक कांग्रेस नेता ने अपने स्टेटस को ‘लाइफ विद अल्लाह’ शीर्षक के साथ पोस्ट किया था."
विवादास्पद स्टेटस और आरोप
शिकायतकर्ता सौगत मिश्रा ने दावा किया कि रमीज खान ने अपने वाट्सऐप स्टेटस के माध्यम से एक आपत्तिजनक संदेश फैलाया. उनके अनुसार, "खान ने अपने स्टेटस के जरिए यह संदेश दिया कि अगर कोई गैर-मुस्लिम व्यक्ति अपना धर्म बदलकर इस्लाम स्वीकार कर लेता है, तो उसका काला दिल अल्लाह की कृपा से पाक-साफ हो जाएगा. वहीं, अगर कोई गैर-मुस्लिम इस्लाम स्वीकार नहीं करता, तो उसका दिल काला ही रहेगा." इस तरह का कथन न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना गया, बल्कि धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाला भी बताया गया.
पुलिस जांच और डिजिटल सबूत
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिकायतकर्ता मिश्रा ने कुछ डिजिटल सबूत पुलिस को सौंपे हैं, जिनमें वाट्सऐप स्टेटस की तस्वीरें और स्क्रीनशॉट शामिल हैं. इन सबूतों के आधार पर मामले की विस्तृत जांच शुरू की गई है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं. डिजिटल सबूतों का विश्लेषण किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कार्रवाई कानून के दायरे में हो."
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
यह घटना इंदौर में सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर चर्चा का विषय बन गई है. जहां एक ओर कुछ लोग इसे धार्मिक सौहार्द के लिए खतरा मान रहे हैं, वहीं अन्य इसे राजनीतिक रंजिश का हिस्सा बता रहे हैं. इस मामले के बाद स्थानीय प्रशासन ने शहर में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.