'वशी इधर आ जा बेटे', जडेजा ने ड्रेसिंग रूम में सुंदर को दिया खास मेडल

Published on: 05 Aug 2025 | Author: Gyanendra Sharma
टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में अपने खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन से काफी खुश हैं. सीरीज से पहले युवा भारतीय टीम सीरीज़ शुरू होने से पहले दबाव में थी और कोच गंभीर भी. इससे पहले टीम ने न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो टेस्ट सीरीज़ गंवा दी थीं. हालांकि, इंग्लैंड में नई टीम का प्रदर्शन इस बात का पुख्ता सबूत है कि विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के हाल ही में लाल गेंद से संन्यास लेने के बावजूद टीम कही भी जाकर किसी भी टीम को हरा सकती है.
सीरीज के बाद, गंभीर ने ड्रेसिंग रूम में एक प्रभावशाली भाषण दिया जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि खिलाड़ी आते-जाते रहते हैं, लेकिन टीम की संस्कृति और मूल्य स्थिर रहने चाहिए. बीसीसीआई द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में गंभीर ने कहा,"जिस तरह से यह सीरीज 2-2 से बराबर हुई है, वह एक शानदार परिणाम है. सभी को बधाई. इसलिए, याद रखें कि आप बेहतर होते रहेंगे. हम इस पर काम करते रहेंगे, हम सुधार करते रहेंगे क्योंकि अगर हम ऐसा करते रहे, तो हम बहुत लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट पर हावी रह सकते हैं. लोग आएंगे और जाएंगे, लेकिन ड्रेसिंग रूम की संस्कृति हमेशा ऐसी ही होनी चाहिए.
शिंगटन सुंदर को इम्पैक्ट प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार
इस बीच, अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने वाशिंगटन सुंदर को इम्पैक्ट प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का पुरस्कार दिया. उन्होंने इस युवा ऑलराउंडर को पदक लेने के लिए बुलाया और कहा, वशी, इधर आ जा बेटे. पदक प्राप्त करने के बाद सुंदर ने भाषण भी दिया.
सुंदर ने कहा कि ज़ाहिर है इंग्लैंड जैसी जगह पर लगातार चार मैच खेलना एक बड़ी खुशकिस्मती है. मैं हमेशा से यहां अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था और एक टीम के रूप में जिस तरह से हम हर दिन खेलते थे, वह अद्भुत था और हमने जो ऊर्जा पैदा की खासकर क्षेत्ररक्षण के लिहाज से हम हमेशा एक-दूसरे के लिए मौजूद थे.