राहुल-रॉबर्ट पर टिप्पणी कर फंसे लक्ष्मण सिंह, कांग्रेस ने भेजा नोटिस; कहा- 'मर्यादाओं की सभी सीमाएं लांघी गईं...10 दिन में दो जवाब'

Published on: 12 May 2025 | Author: Anvi Shukla
Laxman Singh Notice Update: कांग्रेस पार्टी ने पूर्व सांसद और दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को उनके बयानों को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया है. लक्ष्मण सिंह पर राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा जैसे वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है. पार्टी का कहना है कि इन बयानों ने 'सभी स्वीकार्य सीमाएं लांघ दी हैं' और कांग्रेस की प्रतिष्ठा को गंभीर क्षति पहुंचाई है.
लक्ष्मण सिंह ने 25 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक शोक सभा में कहा था, 'राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा भोले हैं. देश उनकी अपरिपक्वता का खामियाजा भुगत रहा है.' इसके अलावा उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा के उस बयान पर भी सवाल उठाए जिसमें वाड्रा ने कहा था कि आतंकियों ने नमाज पढ़ने से रोके जाने पर हमला किया. इस पर लक्ष्मण सिंह ने कहा, 'यह बयान गैर-जिम्मेदाराना ही नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाला है. कांग्रेस को बोलने से पहले दस बार सोचना चाहिए, वरना चुनाव में जनता इसका जवाब देगी.'
DAC ने जारी किया नोटिस, 10 दिन में मांगा जवाब
कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति (DAC) के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने 9 मई को यह नोटिस जारी किया. नोटिस में लिखा गया है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और एआईसीसी के प्रभारी महासचिव हरीश चौधरी से लक्ष्मण सिंह की सार्वजनिक टिप्पणियों को लेकर शिकायत मिली है.
'आपके हालिया बयान ने सभी सीमाएं पार कर दी हैं, विशेषकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित वरिष्ठ नेतृत्व पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के माध्यम से,' नोटिस में यह भी जोड़ा गया कि सिंह को नोटिस मिलने की तिथि से 10 दिन के भीतर लिखित जवाब देना होगा.
उमर अब्दुल्ला पर भी लगाए गंभीर आरोप
लक्ष्मण सिंह ने उसी दिन जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भी निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि उमर अब्दुल्ला आतंकवादियों से मिलीभगत कर सकते हैं. एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, 'लक्ष्मण सिंह के कांग्रेस में अब गिने-चुने दिन बचे हैं.'