स्कूल में लंचबॉक्स खोलते ही गिर पड़ी 9 साल की बच्ची, दो दिल के दौरों ने ली जान

Published on: 16 Jul 2025 | Author: Kuldeep Sharma
सीकर जिले के आदर्श विद्या मंदिर स्कूल में मंगलवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक नौ साल की छात्रा, प्राची कुमावत, अचानक लंच टाइम के दौरान बेहोश होकर गिर पड़ी. स्कूल स्टाफ ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. यह मामला बच्चों में हृदय रोगों की गंभीरता की ओर संकेत करता है.
प्रिंसिपल नंद किशोर के मुताबिक घटना सुबह 11 बजे की है, जब प्राची कुमावत अपना लंच बॉक्स खोल रही थी. उसी दौरान वह अचानक गिर गई और लंच बॉक्स हाथ से छूट गया. चूंकि पूरा स्टाफ उस समय मैदान में था, इसलिए वे तुरंत दौड़ पड़े और उसे पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) लेकर गए, जो महज 500 मीटर की दूरी पर है. प्रिंसिपल ने बताया कि सामान्यतः जब बच्चे बेहोश होते हैं तो पानी देने पर होश में आ जाते हैं, लेकिन प्राची की हालत अलग थी. हालांकि CHC में उसका प्राथमिक इलाज किया गया और वह थोड़ी देर के लिए ठीक भी दिखने लगी.
दूसरे दौरे की वजह से गई जान
CHC के डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए प्राची को सीकर के सरकारी अस्पताल रेफर कर दिया. उसे सरकारी एंबुलेंस से भेजा गया, लेकिन रास्ते में ही उसे दोबारा दिल का दौरा पड़ा. डॉक्टरों ने मौके पर ही उसे इंजेक्शन दिए और CPR किया, फिर भी उसकी हालत बिगड़ती चली गई. दोपहर करीब 12:15 बजे एंबुलेंस रवाना हुई, लेकिन करीब 1:30 बजे स्कूल को सूचना मिली कि बच्ची की मौत हो चुकी है. प्रिंसिपल ने बताया कि प्राची बहुत ही होशियार और हंसमुख बच्ची थी, उसे 40 तक पहाड़े याद थे और हर समय मुस्कुराती रहती थी.
डॉक्टरों ने बताया हार्ट अटैक
CHC में तैनात डॉक्टर आर. के. जांगिड़ ने बताया कि पहली नजर में यह मामला हार्ट अटैक का था. स्कूल में बच्ची को कार्डियक अरेस्ट आया और उसे तुरंत CPR और ऑक्सीजन दी गई. थोड़ी देर के लिए उसकी हालत में सुधार आया, लेकिन सीकर के श्री कल्याण अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बच्ची को पूर्व में किसी तरह की हृदय से जुड़ी कोई बीमारी नहीं थी.
परिवार में छाया मातम
प्राची का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम करीब 4 बजे किया गया. स्कूल के स्टाफ और गांव के लोगों ने नम आंखों से उसे विदाई दी. प्रिंसिपल किशोर ने बताया कि प्राची के पिता गुजरात में एक प्राइवेट ऑफिस में काम करते हैं. बच्ची के जाने से पूरे गांव में मातम पसरा है और सभी इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं.