पीएम मोदी से दोस्ती, ओबीसी चेहरा, 7 बार के सांसद...पंकज चौधरी को यूं ही नहीं मिली यूपी बीजेपी अध्यक्ष की कमान, जानें 6 बड़ी बातें
Published on: 14 Dec 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
भारतीय जनता पार्टी ने लंबे इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगा दी है. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री और महाराजगंज से सात बार सांसद रहे पंकज चौधरी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में ‘संगठन पर्व’ के दौरान उनके नाम की औपचारिक घोषणा हुई. इस फैसले को 2027 के विधानसभा चुनाव और आगामी पंचायत चुनावों की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है.
प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा
रविवार को लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में पंकज चौधरी को उत्तर प्रदेश भाजपा का 15वां अध्यक्ष घोषित किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पार्टी के वरिष्ठ नेता इस मौके पर मौजूद रहे. चौधरी अकेले उम्मीदवार थे, जिन्होंने नामांकन दाखिल किया था, जिससे उनका चयन पहले से तय माना जा रहा था.
क्यों पंकज चौधरी पर भरोसा
पार्टी नेतृत्व बीते कई महीनों से प्रदेश अध्यक्ष को लेकर मंथन कर रहा था. 2024 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी उत्तर प्रदेश में मिले झटकों के बाद भाजपा ने रणनीति बदली. इसी क्रम में ओबीसी वर्ग से आने वाले और पूर्वांचल में मजबूत पकड़ रखने वाले नेता को आगे लाया गया.
कुर्मी समाज से बड़ा संदेश
61 वर्षीय पंकज चौधरी कुर्मी समुदाय से आते हैं, जो राज्य का प्रभावशाली ओबीसी वर्ग माना जाता है. उनके चयन को सामाजिक संतुलन साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. वे प्रदेश भाजपा के चौथे कुर्मी अध्यक्ष हैं, जिससे इस समुदाय को स्पष्ट राजनीतिक संदेश गया है.
राजनीतिक सफर और उपलब्धियां
गोरखपुर विश्वविद्यालय से पढ़े पंकज चौधरी ने 1989 में नगर निगम चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा. वे उपमहापौर भी रहे. अपने करियर में उन्होंने हरिशंकर तिवारी और वीरेंद्र शाही जैसे दिग्गज नेताओं को चुनाव में हराया है.
मोदी और संगठन से करीबी
पंकज चौधरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है. 2023 में गोरखपुर में गीता प्रेस के शताब्दी समारोह के दौरान प्रधानमंत्री का उनके घर अचानक पहुंचना इसकी मिसाल माना गया. अब वे भूपेंद्र सिंह चौधरी की जगह संगठन की कमान संभालेंगे.