भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में जबरदस्त उछाल, सोने ने किया कमाल!

Published on: 18 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 9 मई को समाप्त हुए सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.553 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 690.617 अरब डॉलर पर पहुंच गया. हाल के महीनों में देखी गई बढ़ोतरी की प्रवृत्ति को जारी रखते हुए, यह वृद्धि पिछले सप्ताह की मामूली गिरावट के बाद आई है. इस उछाल का मुख्य कारण सोने के भंडार में 4.518 अरब डॉलर की शानदार बढ़ोतरी रही, जो अब 86.337 अरब डॉलर पर है.
सोना: सुरक्षित निवेश का प्रतीक
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा हिस्सा विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (एफसीए) हैं, जो 581.373 अरब डॉलर पर दर्ज की गईं. वैश्विक भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच केंद्रीय बैंक सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं. 2021 के बाद से आरबीआई के सोने के भंडार में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है, जो सुरक्षित परिसंपत्तियों की ओर रुझान को दर्शाता है. हालांकि यह आंकड़ा सितंबर 2024 में दर्ज 704.89 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर से थोड़ा कम है, यह भारत के बाह्य क्षेत्र की मजबूती को रेखांकित करता है.
भंडार का प्रबंधन और रुपये की स्थिरता
वर्तमान भंडार स्तर के साथ भारत अगले 10-12 महीनों के अनुमानित आयात को कवर करने में सक्षम है. 2023 में भारत ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार में 58 अरब डॉलर जोड़े, जबकि 2022 में 71 अरब डॉलर की कमी देखी गई थी. 2024 में अब तक भंडार में 20 अरब डॉलर से अधिक की वृद्धि हुई है. आरबीआई रुपये की अस्थिरता को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय रूप से भंडार का प्रबंधन करता है, रुपये के मजबूत होने पर डॉलर खरीदता है और कमजोर होने पर बेचता है.