Actor Visits Pahalgam: पहलगाम हमले के बाद कश्मीर पहुंचा ये एक्टर, खाली प्लेन की तस्वीरें शेयर कर की भावुुक अपील

Published on: 27 Apr 2025 | Author: Babli Rautela
Atul Kulkarni Visits Pahalgam: जाने-माने एक्टर अतुल कुलकर्णी हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में पहुंचे और वहां की कम भीड़-भाड़ वाली तस्वीरें साझा कीं. इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों से कश्मीर की यात्रा पर आने का भी आग्रह किया. कश्मीर में हुए भयानक आतंकी हमले के बाद, अतुल ने यह संदेश दिया कि कश्मीर को फिर से पर्यटकों से भरने की जरूरत है. एक्टर ने अपनी यात्रा के दौरान खाली विमानों की तस्वीरें भी साझा की, जिनमें पहले की तुलना में बहुत कम यात्री नजर आ रहे थे.
अतुल कुलकर्णी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें पहलगाम का सामान्य नजारा था, जिसे आमतौर पर पर्यटकों से भरा हुआ देखा जाता है. इस बार, तस्वीर में कम पर्यटक दिखाई दे रहे थे. उन्होंने अपनी पोस्ट के कैप्शन में लिखा, 'हमारे साथ आओ, कश्मीर को फिर से पर्यटकों से भरने की जरूरत है.' यह संदेश उनके फैंस को कश्मीर की यात्रा करने के लिए प्रेरित कर रहा था, खासकर जब देश ने हाल ही में आतंकवादियों के किए गए हमले की निंदा की थी.
अतुल कुलकर्णी ने लोगों से की भावुक अपील
अतुल ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता की कुछ झलकियां भी साझा कीं, जैसे कि साफ आसमान और बहती हुई धारा. साथ ही, उन्होंने अपनी फ्लाइट में खाली सीटों की तस्वीरें साझा की, जिसमें मुश्किल से कुछ यात्री थे. एक्टर ने लिखा, 'मुंबई से श्रीनगर. क्रू का कहना है कि वे पूरी तरह से भरे हुए थे. हमें उन्हें फिर से भरने की जरूरत है. चलिए जी कश्मीर चलें.' इस संदेश के जरिए उन्होंने कश्मीर को फिर से पर्यटन स्थल के रूप में जीवित करने का आह्वान किया.
#ChaloKashmir #Feet_in_Kashmir #Kashmiriyat #love_compassion #DefeatTerror pic.twitter.com/nOe7zG8FWj
— atul kulkarni (@atul_kulkarni) April 27, 2025

एक्टर ने की आतंकी हमले की निंदा
अतुल ने पहलगाम में हाल ही में हुए लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की. इस हमले में लगभग 26 लोग मारे गए थे, और यह घटना तब घटी जब पर्यटक बैसरन मीडोज में घोड़े की सवारी कर रहे थे. हमले के बाद, कश्मीर में स्थानीय लोगों ने तख्तियां पकड़े हुए नारे लगाए, जिसमें 'हम इस हमले की निंदा करते हैं' और 'भारत जिंदाबाद' जैसे संदेश थे. अतुल कुलकर्णी ने इस कठिन समय में कश्मीर के पर्यटन को फिर से जीवित करने के महत्व को समझा और अपनी यात्रा को इस उद्देश्य से जोड़ने का प्रयास किया.