एशिया में कोरोना की नई लहर, भारत के लिए कितना बड़ा खतरा? जानें क्या बोले अधिकारी

Published on: 19 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
एशिया के कुछ हिस्सों में कोविड-19 मामलों में उछाल के बीच, भारतीय अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि देश में स्थिति “नियंत्रण में” है, भले ही कुछ राज्यों में मामलों में मामूली वृद्धि देखी गई है.
भारत में स्थिति नियंत्रण में
रिपोर्ट के अनुसार, सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और थाईलैंड में पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 मामलों की वृद्धि ने भारत में समीक्षा बैठक बुलाने के लिए प्रेरित किया. इस बैठक में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), आपातकालीन चिकित्सा राहत (ईएमआर) डिवीजन, आपदा प्रबंधन सेल, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और केंद्रीय सरकारी अस्पतालों के विशेषज्ञ शामिल थे. अधिकारियों ने बताया, “प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मामले ज्यादातर हल्के हैं और इनमें असामान्य गंभीरता या मृत्यु दर नहीं देखी गई.” सूत्रों ने कहा. “भारत में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है. 19 मई 2025 तक, देश में सक्रिय कोविड-19 मामले 257 हैं, जो देश की विशाल आबादी को देखते हुए बहुत कम है.”
हल्के मामले, मजबूत निगरानी
अधिकारियों ने बताया कि भारत में लगभग सभी मामले हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी है. “देश में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) और आईसीएमआर के माध्यम से श्वसन वायरल बीमारियों, जिसमें कोविड-19 शामिल है, की निगरानी के लिए एक मजबूत प्रणाली मौजूद है,” उन्होंने कहा. यह प्रणाली नए मामलों को जल्दी पकड़ने और नियंत्रित करने में सक्षम है.
एशिया में कोविड की नई लहर
दक्षिण-पूर्व एशिया में कोविड-19 की नई लहर उभरी है, जिसमें हॉन्गकॉन्ग, सिंगापुर और थाईलैंड प्रभावित हैं. अधिकांश मामले ओमिक्रॉन वेरिएंट JN.1 और इसके वंशजों के कारण फैल रहे हैं. सिंगापुर में मई की शुरुआत में 14,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए. JN.1 वेरिएंट को अगस्त 2023 में पहली बार देखा गया था और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे दिसंबर 2023 में ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया था. इसमें LF.7 और NB.1.8 जैसे म्यूटेशन शामिल हैं.
भारत की सतर्कता
भारत सरकार स्थिति पर करीबी नजर रख रही है और नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील कर रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा निगरानी और टीकाकरण अभियान भारत को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे.