अमेरिका का बड़ा एक्शन, अवैध इमिग्रेशन से जुड़े भारतीय ट्रैवल एजेंटों पर लगाया वीजा प्रतिबंध

Published on: 19 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
अमेरिकी विदेश विभाग ने भारतीय ट्रैवल एजेंसियों के मालिकों और वरिष्ठ अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है, जो अमेरिका में अवैध आव्रजन को बढ़ावा देने के आरोपी हैं. यह कदम मानव तस्करी और अवैध प्रवास नेटवर्क को तोड़ने के लिए उठाया गया है.
वीजा प्रतिबंध का दायरा
विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, “प्रतिबंध उन अधिकारियों पर लागू होंगे जो जानबूझकर अमेरिका में गैरकानूनी प्रवेश को सक्षम करते हैं.” यह कार्रवाई इमिग्रेशन एंड नेशनलिटी एक्ट की धारा 212(a)(3)(C) के तहत की गई है और वीजा वेवर प्रोग्राम के लिए पात्र व्यक्तियों पर भी प्रभाव डालेगी. ब्रूस ने आगे बताया, “मिशन इंडिया के कॉन्सुलर अफेयर्स और डिप्लोमैटिक सिक्योरिटी सर्विस उन लोगों को लक्षित कर रहे हैं जो अवैध आव्रजन में शामिल हैं. हम तस्करी से लाभ कमाने वालों को जवाबदेह ठहराएंगे.”
अवैध आव्रजन का आंकड़ा
प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार, 2024 तक अमेरिका में लगभग 7.25 लाख अनिर्दिष्ट भारतीय प्रवासी थे. विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2025 से 682 भारतीय नागरिकों को अमेरिका से निर्वासित किया गया है, जिनमें से अधिकांश ने अवैध रूप से देश में प्रवेश की कोशिश की थी.
ट्रम्प प्रशासन की सख्त नीतियां
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, जो अब अपने दूसरे कार्यकाल में हैं, ने जनवरी में पदभार ग्रहण करने के बाद कई सख्त आव्रजन नीतियां लागू की हैं. फरवरी में, तीन अमेरिकी सैन्य विमानों ने सैकड़ों लोगों को, जिनमें भारतीय नागरिक शामिल थे, निर्वासित किया, जो अवैध रूप से सीमा पार कर आए थे. ट्रम्प प्रशासन ने H-1B वीजा नियमों को कड़ा किया, इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) छापेमारी बढ़ाई, और अनिर्दिष्ट प्रवासियों के बच्चों को जन्मसिद्ध नागरिकता समाप्त करने की दिशा में कदम उठाए.
भविष्य की कार्रवाई
यह कदम अवैध आव्रजन को रोकने के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. भारतीय ट्रैवल एजेंसियों पर नकेल कसने से मानव तस्करी के नेटवर्क पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है.