'गोली उन्होंने चलाई, धमाका हमने किया,' ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी चक्रव्यूह को भारतीय सेना ने कैसे भेदा

Published on: 19 May 2025 | Author: Mayank Tiwari
जम्मू और कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी, जिसमें 27 लोगों की जान गई. इसके जवाब में भारतीय सेना ने "मजबूत, सटीक और प्रभावी" कार्रवाई की. बता दें कि, यह गोलीबारी ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में थी. जहां एक सेना के मेजर ने कार्रवाई के प्रभाव का वर्णन करते हुए कहा, "गोली उन्होंने चलाई थी, जिस पर धमाका हमने किया."
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मेजर ने साफ किया, "ऑपरेशन सिंदूर कोई प्रतिक्रिया नहीं था. यह एक सुनियोजित और मिशन-केंद्रित हमला था. हमारा इरादा साफ था, हमें दुश्मन के आतंकी ढांचे और घुसपैठ में सहायता देने वाले ठिकानों को नष्ट करना था.
#WATCH | J&K: An Indian Army Major says, "Goli unhone chalayi thi par dhamaka humne kiya."
— ANI (@ANI) May 19, 2025
He further says, "Operation Sindoor was not a reaction; it was a calculated and mission-oriented strike. Our intention was very clear: we had to destroy the enemy's terror infrastructure… https://t.co/1Gbv3qQyoQ pic.twitter.com/2GwHpXiC3I
ऑपरेशन सिंदूर: सुनियोजित और लक्ष्य-केंद्रित हमला
भारतीय सेना के मेजर ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा,'' हम इसके लिए मानसिक, सामरिक और लॉजिस्टिक रूप से पूरी तरह तैयार थे. इसके लिए हमारे पास स्वदेशी उन्नत रडार सिस्टम और विभिन्न टारगेट अधिग्रहण प्रणालियां थीं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण थी हमारे सैनिकों की जोशीली भावना." उन्होंने पुष्टि की कि भारतीय पक्ष से कोई हताहत नहीं हुआ और सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया.
9 मई को आतंकी ठिकानों पर IAF ने किया था अटैक
7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती चरण में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था. मेजर ने कहा, "पाकिस्तान की ओर से भारी तोपखाने की गोलीबारी हुई, लेकिन मुझे गर्व है कि हमारी ओर से कोई हताहत नहीं हुआ. हालांकि, हमारा टारगेट उनके आतंकी ढांचे को नष्ट करना था. जब उन्होंने हमारे नागरिक क्षेत्रों और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाना शुरू किया, तो हमारा इरादा स्पष्ट था. अगर वे हमारे गांवों पर गोले दागेंगे, तो हम उनके ठिकाने नष्ट करेंगे.
दुश्मन इस गोलाबारी को दशकों तक याद रखेगा
पाकिस्तानी गोलीबारी के जवाब को याद करते हुए एक अन्य सैनिक ने कहा, "जब दुश्मन ने युद्धविराम का उल्लंघन किया और हमारे अग्रिम ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, तो हमारा जवाब बहुत मजबूत, सटीक और प्रभावी था. हमारी तोपों से दागा गया हर गोला सटीक था और टारगेट को निष्प्रभावी कर दिया गया, जिससे दुश्मन को भारी नुकसान हुआ, और उनके शिविरों और सैन्य अड्डों में खलबली मच गई. इस घटना को दुश्मन इस गोलीबारी को दशकों तक याद रखेगा.
#WATCH | J&K: A soldier of the Indian Army says, "...Our task under Operation Sindoor was very clear. We had to target the enemy's forward posts, which were supporting the terrorists' infrastructure and infiltration, and had to neutralise them accurately. When the enemy violated… https://t.co/1Gbv3qQyoQ pic.twitter.com/KlBJpzLvej
— ANI (@ANI) May 19, 2025
युद्धविराम समझौता बरकरार
भारतीय सेना ने साफ किया कि सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच युद्धविराम समझौते की "कोई समाप्ति तिथि" नहीं है, और रविवार शाम को समझौता समाप्त होने की अफवाहों को खारिज कर दिया. 10 मई को हॉटलाइन कॉल के दौरान दोनों पक्षों ने दो दिन की शत्रुता समाप्ति पर सहमति जताई थी, और 12 मई को आगे की चर्चाओं में शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई थी.