Operation Sindoor: कायर पाकिस्तान ने बेगुनाहों को बनाया निशाना, LoC पर गोलीबारी में 4 मासूम बच्चों समेत 11 की मौत

Published on: 07 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
7 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तानी सेना की भारी गोलाबारी में 11 नागरिकों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हुए. छोटे हथियारों से शुरू हुआ यह हमला भारी तोपखाने तक पहुंच गया. पुंछ शहर में आवासीय और सरकारी इमारतों के साथ-साथ सार्वजनिक स्थानों पर गोले गिरे, जो 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद पहली बार हुआ. गोलाबारी उरी और तंगधार सेक्टरों में भी सुनाई दी, लेकिन पुंछ सबसे अधिक प्रभावित रहा.
नागरिकों पर कहर
मृतकों में दो महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं. कालनी गांव में 14 वर्षीय जोया खान और उनके 12 वर्षीय भाई जैन खान की घर पर गोला गिरने से मौत हो गई. उनके पिता रमीज खान घायल हैं. सिंडिकेट चौक पर दुकानदार अमरीक सिंह (55) और रंजीत सिंह (48) की गोले की चपेट में आने से मौत हुई. अमरीक धार्मिक समारोहों में शबद गाते थे. काजी मोहल्ला में 7 वर्षीय मरयम खातून की मौत हुई, जबकि उनकी 10 वर्षीय बहन इरम नाज घायल हुई. डुंगस गांव के 13 वर्षीय विहान भार्गव और मेंढर के मानकोट में बलविंदर कौर (35) की भी जान गई.
Shameful of Pakistan to target civilians in J&K—10 lives lost, properties damaged. India struck terror camps, not civilians. But Pakistan chose to attack the innocent. It’s the people who suffer, the civilians who pay the price of this conflict. #IndiaPakistanWar pic.twitter.com/L5K2BEAM0N
— Salman Nizami (@SalmanNizami_) May 7, 2025
स्थानीय प्रशासन और राहत कार्य
स्थानीय प्रशासन ने चंदक, लस्साना, सनाई और सथरा में सुरक्षित स्थानों पर व्यवस्था की. पुंछ के गुरुद्वारा परबंंधक समिति के अध्यक्ष नरिंदर सिंह ने कहा, “1971 के युद्ध के बाद पहली बार इतनी तीव्र गोलाबारी हुई. यह रात 1:30 बजे शुरू हुई और तेज हो गई.” उन्होंने बताया, “अमरीक सिंह मेरे साथ थे, जब गोला उनकी दुकान के शटर को भेदकर लगा.” गुरुद्वारा सिंह सभा को मामूली नुकसान हुआ, लेकिन गुरु ग्रंथ साहिब सुरक्षित हैं.
सुरक्षा उपाय और प्रभाव
जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए. जम्मू, श्रीनगर और लेह के हवाई अड्डों पर उड़ानें निलंबित हैं. लियाकत अली, जोरा फार्म के निवासी, ने कहा, “हमें आरएस पुरा के ITI कॉलेज में स्थानांतरित करने को कहा गया है.” युवाओं ने घायलों के लिए रक्तदान किया. उत्तरी कमान के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बरटवाल ने कहा, “6-7 मई की रात पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के सामने LoC पर मनमानी गोलाबारी की.”