तुलबुल वाटर प्रोजेक्ट को लेकर CM उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती में महासंग्राम, X पर छेड़ी जंग

Published on: 16 May 2025 | Author: Mayank Tiwari
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के बीच तुलबुल नेविगेशन प्रोजेक्ट को लेकर X पर तीखी नोकझोंक देखने को मिली. इस दौरान सीएम उमर ने महबूबा पर प्रोजेक्ट के विरोध के लिए तीखा हमला बोला और कहा, "सीमा पार बैठे कुछ लोगों को खुश करने और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की अंधी लालसा के कारण आपकी यह हरकत दुर्भाग्यपूर्ण है."
तुलबुल प्रोजेक्ट पर विवाद की शुरुआत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार (15 मई) को उमर अब्दुल्ला ने X पर एक पोस्ट में तुलबुल नेविगेशन बैराज प्रोजेक्ट को पुनर्जनन की वकालत की. यह प्रोजेक्ट 1980 के दशक में शुरू हुआ था, लेकिन पाकिस्तान के दबाव में, सिंधु जल संधि का हवाला देकर इसे रोक दिया गया था. पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद, उमर ने सवाल उठाया कि क्या अब इस प्रोजेक्ट को फिर से शुरू किया जा सकता है. इस पर उन्होंने तर्क दिया कि यह प्रोजेक्ट झेलम नदी को नौवहन के लिए उपयोगी बनाएगा और सर्दियों में डाउनस्ट्रीम प्रोजेक्ट्स के लिए बिजली उत्पादन को बढ़ाएगा.
Actually what is unfortunate is that with your blind lust to try to score cheap publicity points & please some people sitting across the border, you refuse to acknowledge that the IWT has been one of the biggest historic betrayals of the interests of the people of J&K. I have… https://t.co/j55YwE2r39
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 16, 2025
जानें PDP चीफ महबूबा मुफ्ती ने क्यों किया विरोध?
शुक्रवार (16 मई) को महबूबा मुफ्ती ने सीएम उमर अब्दुल्ला के इस कदम को "बेहद दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया. उन्होंने उमर के बयानों को उत्तेजक बताते हुए कहा, "ऐसे समय में जब दोनों देश एक पूर्ण युद्ध के कगार से पीछे हटे हैं. जहां जम्मू-कश्मीर ने निर्दोष लोगों की जान, व्यापक विनाश और भारी पीड़ा झेली है. ऐसे बयान न केवल गैर-जिम्मेदार हैं, बल्कि खतरनाक रूप से उत्तेजक भी हैं.
" प्रोजेक्ट के विरोध में उन्होंने आगे कहा, "हमारे लोगों को भी देश के बाकी लोगों की तरह शांति का हक है. पानी जैसी आवश्यक और जीवनदायी चीज को हथियार बनाना न केवल अमानवीय है, बल्कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय बनाने का जोखिम भी पैदा करता है."
J&K Chief Minister Omar Abdullah’s call to revive the Tulbul Navigation Project amid ongoing tensions between India & Pakistan is deeply unfortunate. At a time when both countries have just stepped back from the brink of a full-fledged war—with Jammu and Kashmir bearing the brunt… https://t.co/LZrVAhIukQ
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) May 16, 2025
CM उमर ने किया पलटवार
पीडीपी चीफ महबूबा के बयान पर उमर ने जवाब दिया, "वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि सस्ती लोकप्रियता और सीमा पार कुछ लोगों को खुश करने की अंधी लालसा में, आप यह स्वीकार करने से इनकार करती हैं कि सिंधु जल संधि जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों के साथ सबसे बड़ा ऐतिहासिक विश्वासघात है."
संधि के खिलाफ बोलते हुए उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा इस संधि का विरोध किया है और आगे भी करता रहूंगा. एक स्पष्ट रूप से अनुचित संधि का विरोध करना किसी भी तरह से युद्ध भड़काना नहीं है. यह एक ऐतिहासिक अन्याय को ठीक करने की बात है, जिसने जम्मू-कश्मीर के लोगों को अपने पानी के उपयोग के अधिकार से वंचित किया.