'हम देश की सुरक्षा के लिए खतरा कैसे', सुरक्षा मंजूरी रद्द किए जाने पर तुर्की की कंपनी सेलेबी ने भारत के खिलाफ किया केस

Published on: 16 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
तुर्की की कंपनी सेलेबी एविएशन, जो भारत में हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं प्रदान करती है, ने भारत सरकार के सुरक्षा मंजूरी रद्द करने के फैसले को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है. कंपनी ने दावा किया कि “राष्ट्रीय सुरक्षा” के अस्पष्ट आधारों का हवाला देकर बिना कोई ठोस कारण बताए यह निर्णय लिया गया है.
3,791 लोगों की चली जाएगी नौकरी
बता दें कि भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच तुर्की के पाकिस्तान समर्थक रुख से भारत में नाराजगी बढ़ी है. गुरुवार को भारत सरकार ने “राष्ट्रीय सुरक्षा के हित” में सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी. सेलेबी ने 16 मई को दिल्ली हाई कोर्ट में दायर याचिका में इस फैसले को रद्द करने की मांग की, जिसमें कहा गया कि यह निर्णय 3,791 नौकरियों और निवेशक विश्वास को प्रभावित करेगा. कंपनी ने दावा किया, “राष्ट्रीय सुरक्षा का केवल मौखिक हवाला देना, यह बताए बिना कि कोई संस्था कैसे खतरा है, कानूनन टिकाऊ नहीं है.” याचिका में आगे कहा गया, “आदेश में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ के अस्पष्ट और सामान्य उल्लेख के अलावा कोई विशिष्ट या ठोस कारण नहीं दिया गया.”
तुर्की कंपनी का पक्ष
सेलेबी ने अपनी याचिका में स्पष्ट किया कि हालांकि इसके शेयरधारक तुर्की में पंजीकृत हैं, लेकिन समूह का “अधिकांश नियंत्रण” गैर-तुर्की मूल की कंपनियों के पास है. कंपनी ने यह भी बताया कि उसने भारत में काम शुरू करने से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की पृष्ठभूमि जांच और सुरक्षा सत्यापन प्रक्रियाओं को पूरा किया था. सेलेबी नई दिल्ली, केरल, बेंगलुरु, हैदराबाद और गोवा के हवाई अड्डों पर सेवाएं दे रही थी.
सरकार और जनता का रुख
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने एक्स पर कहा, “मुद्दे की गंभीरता और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के आह्वान को देखते हुए, हमने देशभर से प्राप्त मांगों का संज्ञान लिया है.” मोदी सरकार के सहयोगी दल शिवसेना ने मुंबई में सेलेबी के खिलाफ प्रदर्शन किया और स्थानीय हवाई अड्डे से इसके संबंध खत्म करने की मांग की. दिल्ली हवाई अड्डे ने गुरुवार देर रात एक्स पर घोषणा की कि उसने सेलेबी के साथ ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो संचालन के लिए अपनी साझेदारी “आधिकारिक रूप से समाप्त” कर दी है.
आगे की सुनवाई
इस मामले की सुनवाई सोमवार को होने की संभावना है. उधर, रॉयटर्स ने बताया कि एअर इंडिया तुर्की एयरलाइंस के साथ इंडिगो की लीजिंग साझेदारी को रोकने के लिए भारतीय अधिकारियों से लॉबिंग कर रही “‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ के केवल मौखिक हवाले, यह बताए बिना कि कोई संस्था कैसे खतरा है, कानूनन टिकाऊ नहीं हैं.”