हरियाणा पुलिस को बयान का कौन सा हिस्सा आपत्तिजनक लगा? प्रोफेसर अली खान की गिरफ्तारी पर पी. चिदंबरम ने दागा सवाल

Published on: 19 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में टिप्पणी और कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह से प्रेस कॉन्फ्रेंसिंग कराने को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले हरियाणा की अशोका यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर अली खान को गिरफ्तार किया गया है. हरियाणा पुलिस ने अली खान को स्थानीय निवासी योगेश की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया है. हरियाणा पुलिस ने अली खान पर दो समुदायों में नफरत भड़काने की धारा के तहत मामला दर्ज किया है.
विपक्ष हुआ हमलावर
अली खान की गिरफ्तारी पर विपक्षी नेताओं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्षधरों और शिक्षाविदों ने तीखी आलोचना की है. सुप्रीम कोर्ट इस हफ्ते इस मामले पर तत्काल सुनवाई करेगी.
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने प्रोफेसर अली खान को गिरफ्तार किए जाने को लेकर आपत्ति जताई है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मैंने प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद के पूरे ट्वीट को कई बार पढ़ा. उनके इस ट्वीट में हरियाणा पुलिस को क्या आपत्तिजनक लगा और ऐसा क्या लगा जिसने कानून का उल्लंघन किया है, क्या हरियाणा पुलिस में से हमें कोई इस बारे में जानकारी देगा?'
I have read and re-read the entire tweet of Prof Ali Khan Mahmudabad
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 19, 2025
Which portion of the statement did Haryana Police find objectionable and violative of law?
Will someone from Haryana Police please enlighten us?
प्रोफेसर अली खान का ट्वीट
प्रोफेसर अली खान ने 8 मई को एक्स पर एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था, 'इतने सारे दक्षिणपंथी टिप्पणीकार कर्नल सोफिया कुरैशी की तारीफ कर रहे हैं, यह देखकर मैं खुश हूं, लेकिन ये लोग शायद इसी तरह से मॉब लिंचिंग के पीड़ितों, मनमाने ढंग से बुलडोजर चलाने और बीजेपी के नफरत फैलाने के शिकार लोगों को लेकर भी आवाज उठा सकते हैं कि इन लोगों को भारतीय नागरिक के तौर पर सुरक्षा दी जाए.' उन्होंने आगे लिखा, 'दो महिला सैनिकों के जरिए जानकारी देने का नजरिया महत्वपूर्ण है लेकिन इस नजरिए को हकीकत में बदलना चाहिए नहीं तो यह केवल पाखंड है.'
भारतीय विविधता की तारीफ
प्रोफेसर अली खान ने भारत की विविधता की तारीफ करते हुए लिखा, 'सरकार को दिखाने की कोशिश कर रही है उसकी तुलना में आम मुसलमानों के सामने जमीनी हकीकत अलग है, लेकिन साथ ही इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पता चलता है कि भारत अपनी विविधता में एकजुट है और एक विचार के रूप में पूरी तरह से मरा नहीं है.' उन्होंने अपनी पोस्ट के आखिर में तिरंगे के साथ जय हिंद लिखा था.