Pahalgam Attack: सेना की जरूरतों के बीच बड़ा कदम, गोला-बारूद फैक्ट्री के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द; तुरंत काम पर लौटने का आदेश

Published on: 04 May 2025 | Author: Ritu Sharma
Pahalgam Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के चलते देश की आयुध निर्माण फैक्ट्रियों ने बड़ा कदम उठाया है. अब देशभर की कई महत्वपूर्ण आयुध इकाइयों में कर्मचारियों की लंबी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. इसका मकसद है, इसका मकसद साफ है कि, गोलाबारूद और रक्षा सामग्री के उत्पादन में कोई रुकावट न आने देना.
जबलपुर की आयुध फैक्ट्री में अलर्ट
बता दें कि मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित आयुध निर्माणी खमरिया ((Ordnance Factory Khamaria)) में अधिकारियों और कर्मचारियों की दो दिन से अधिक की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. OFK के पीआरओ अविनाश शंकर ने बताया, ''उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की दो दिन से अधिक की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं.'' उन्होंने कहा कि अप्रैल में लक्षित उत्पादन नहीं हो पाया है, इसलिए अब हर हाल में कार्यबल की पूरी मौजूदगी जरूरी है.
महाराष्ट्र की फैक्ट्री में भी छुट्टियां रद्द
वहीं चंद्रपुर (महाराष्ट्र) स्थित आयुध निर्माणी चांदा में भी कर्मचारियों की सभी छुट्टियां (अर्जित, आकस्मिक और अन्य) रद्द कर दी गई हैं. बता दें कि मुख्य महाप्रबंधक द्वारा जारी आदेश में कहा गया, ''यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और परिचालन संबंधी तात्कालिकता के तहत लिया गया है. सभी कर्मचारियों को बिना चूके ड्यूटी पर हाज़िर होना अनिवार्य है.'' अब छूट केवल अपवादस्वरूप और अत्यंत आवश्यक होने पर ही दी जाएगी, वह भी उच्च अधिकारियों की अनुमति से.

एलओसी पर जारी है गोलीबारी
बताते चले कि हमले के बाद सीमा पार से भी माहौल गर्म है. अधिकारियों के मुताबिक, एलओसी पर पिछले 10 दिनों से लगातार पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा गोलीबारी की जा रही है. शनिवार और रविवार की रात को केंद्र शासित प्रदेश के पांच जिलों में आठ अलग-अलग स्थानों पर संघर्षविराम का उल्लंघन हुआ, हालांकि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है.
भारत की जवाबी कार्रवाई और रणनीतिक बदलाव
बहरहाल, पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. इसके बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित किया और रक्षा तैयारियों को तेजी से बढ़ाया. आयुध निर्माण इकाइयों में छुट्टियां रद्द करना उसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.