तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ने जयशंकर-शहबाज से की बात, जानें क्या हुई बात?

Published on: 01 May 2025 | Author: Gyanendra Sharma
पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बात की. रुबियो ने दोनों देशों के नेताओं से अपने बीच तनाव कम करने के लिए काम करने को कहा.
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस के अनुसार, जयशंकर के साथ बातचीत के दौरान रुबियो ने पहलगाम हमले में हुई मौतों पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की.
इसके अतिरिक्त, ब्रूस ने एक बयान में कहा कि रुबियो ने भारत और पाकिस्तान दोनों को क्षेत्रीय तनाव कम करने तथा दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बातचीत करने के लिए प्रोत्साहित किया. रुबियो ने शरीफ के साथ भी स्थिति पर चर्चा की, जिन्होंने, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, दक्षिण एशिया में हाल के घटनाक्रमों के संबंध में पाकिस्तान के दृष्टिकोण से उन्हें अवगत कराया.
शरीफ अलापा पुराना राग
बातचीत के दौरान शरीफ ने भारत पर "बढ़ते और उकसाने वाले व्यवहार" में शामिल होने का आरोप लगाया, जबकि दोनों परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच संभावित तनाव बढ़ने की चिंताएं बढ़ रही हैं. शरीफ ने पहलगाम हमले से पाकिस्तान को जोड़ने के भारत के प्रयासों को भी खारिज कर दिया और आतंकी हमले की निष्पक्ष जांच की इस्लामाबाद की मांग को दोहराया. उन्होंने अमेरिका से आग्रह किया कि वह भारत को "भड़काऊ बयान" देने से बचने के लिए प्रोत्साहित करे, जिससे तनाव और बढ़ सकता है.
यह घटनाक्रम ब्रूस द्वारा मंगलवार को एक प्रेस वार्ता में दिए गए उस बयान के कुछ समय बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि वाशिंगटन जम्मू-कश्मीर की स्थिति के संबंध में भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ बातचीत कर रहा है तथा दोनों पक्षों से तनाव बढ़ाने से बचने का आग्रह किया है.
भारत ने पाकिस्तानी उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद किया
भारत ने नोटम (नोटिस टू एयरमेन) जारी कर पाकिस्तान द्वारा पंजीकृत, संचालित या पट्टे पर दिए गए सभी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है. जिसमें वाणिज्यिक और सैन्य दोनों उड़ानें शामिल हैं. यह बैन 30 अप्रैल से 23 मई, 2025 तक लगाए गए हैं. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच संभावित जवाबी कार्रवाई की आशंका के कारण, पाकिस्तानी विमानन कंपनियों ने आधिकारिक प्रतिबंध से पहले ही भारतीय हवाई क्षेत्र से बचना शुरू कर दिया था.