एशिया में कोविड की नई लहर: हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर में बढ़े मामले, खतरा बढ़ा

Published on: 17 May 2025 | Author: Gyanendra Sharma
कोविड-19 महामारी का खौफ एक बार फिर एशिया में लौट रहा है. हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर जैसे घनी आबादी वाले शहरों में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है, जिसने स्वास्थ्य विशेषज्ञों और आम जनता की चिंता बढ़ा दी है. इसके साथ ही, चीन और थाइलैंड जैसे देशों में भी संक्रमण के मामले बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं, जो पूरे क्षेत्र में एक नई लहर की आशंका को बल दे रही हैं.
हॉन्गकॉन्ग में कोविड-19 के मामलों ने स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क कर दिया है. 3 मई तक यहां 31 गंभीर मामले दर्ज किए गए हैं, और वायरस के फैलने की गति पिछले एक साल में सबसे अधिक बताई जा रही है. हॉन्गकॉन्ग के सेंटर फॉर हेल्थ प्रोटेक्शन के अनुसार, टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 13.66% तक पहुंच गया है, जो एक चिंताजनक संकेत है. गंभीर मामलों के साथ-साथ कुछ मृत्यु भी दर्ज की गई हैं, हालांकि सटीक आंकड़े अभी स्पष्ट नहीं हैं. सीवेज सैंपल में वायरस की बढ़ती मात्रा और अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या से पता चलता है कि वायरस तेजी से फैल रहा है.
सिंगापुर में भी स्थिति चिंताजनक
सिंगापुर में भी कोविड-19 के मामलों में उछाल देखा गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अप्रैल के आखिरी सप्ताह में जहां 11,110 मामले थे, वहीं मई के पहले सप्ताह में यह संख्या बढ़कर 14,200 हो गई, जो 28% की वृद्धि दर्शाती है. इसके साथ ही, अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में भी 30% की बढ़ोतरी हुई है. सिंगापुर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से सावधानी बरतने और बूस्टर डोज लेने की अपील की है.
चीन और थाइलैंड में भी बढ़ रहा खतरा
चीन में कोविड-19 की स्थिति पिछले साल की गर्मियों के उच्च स्तर के करीब पहुंच रही है. चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले पांच हफ्तों में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट दोगुना हो गया है. लोगों को बूस्टर डोज लेने की सलाह दी जा रही है ताकि गंभीर मामलों को रोका जा सके. दूसरी ओर, थाइलैंड में अप्रैल में आयोजित सॉन्गक्रान उत्सव के बाद दो बड़े क्लस्टर में कोविड के मामले बढ़े हैं. भीड़भाड़ वाले आयोजनों ने वायरस के प्रसार को और बढ़ावा दिया है.
क्या है चिंता का कारण?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जनसंख्या में कमजोर होती इम्युनिटी इस नई लहर का प्रमुख कारण हो सकती है. इसके अलावा, मौसमी बदलाव और सामाजिक समारोहों में भीड़ बढ़ने से वायरस को फैलने का मौका मिल रहा है. हालांकि, अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है कि यह लहर किसी नए और अधिक संक्रामक वेरिएंट के कारण है. फिर भी, सावधानी बरतना जरूरी है.