Karnataka Weather: कर्नाटक में चलेगी तेज हवा, गरज के साथ होगी झमाझम बारिश; IMD ने जारी किया अलर्ट

Published on: 02 May 2025 | Author: Princy Sharma
Karnataka Weather Rain: कर्नाटक में भीषण गर्मी से लोग बेहद परेशान हैं. लेकिन अब कर्नाटक के लोगों चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलने वाली है. मौसम विभाग ने कर्नाटक के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान लगाया है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में एकCyclonic circulation बना है और यह कर्नाटक और तमिलनाडु की ओर बढ़ रहा है, जिससे बेंगलुरु ग्रामीण, कोलार, चिक्काबल्लापुर, रामनगर, मैसूर, चामराजनगर, हसन, तुमकुर, दावणगेरे, शिवमोग्गा, चिक्कमगलुरु, बेल्लारी, चित्रदुर्ग और मांड्या जैसे कई जिलों में बारिश होगी.
इन जिलों में बारिश का अलर्ट
IMD ने अपने पूर्वानुमान में आगे कहा कि 6 मई तक बारिश और उसके साथ गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. सात दिनों का पूर्वानुमान कर्नाटक के विभिन्न क्षेत्रों में अपेक्षित मौसम की घटनाओं का एक स्नैपशॉट देता है. IMD का कहना है कि गुरुवार, 1 मई को उडुपी और दक्षिण कन्नड़ जिलों में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश/गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. न्यूनतम और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है.
आने वाले हफ्ते में बारिश होने की संभावना
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि आने वाले सप्ताह में बेंगलुरु शहर, बेलगावम, धारवाड़, बीदर आदि में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. IMD ने कहा कि शहर में 2 मई तक हल्की बारिश, गरज के साथ छींटे और तेज हवाएं चलने के साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 34 डिग्री सेल्सियस और 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है.
हीटवेव और तेज गर्मी
इस बीच, IMD ने मई महीने के लिए चेतावनी जारी की है, जिसमें देश भर के कई क्षेत्रों में सामान्य से अधिक तापमान और हीटवेव की घटनाओं में वृद्धि की चेतावनी दी गई है. जबकि उत्तर भारत में औसत से अधिक बारिश होने की संभावना है, अन्य भागों - विशेष रूप से उत्तर-पश्चिम, मध्य और उत्तर-पूर्व में - सामान्य से अधिक शुष्क स्थिति का अनुभव हो सकता है, आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा.
भारत भर में अधिकतम दैनिक तापमान अप्रैल में अब तक का आठवां उच्चतम दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान नौवें उच्चतम स्थान पर रहा. उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों में दिन का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया, तथा प्रायद्वीपीय और पूर्व-मध्य क्षेत्रों के कुछ क्षेत्रों में भीषण गर्मी से बचाव रहा.