नकली पार्सल, केमिकल स्प्रे और नशीला पदार्थ, डिलीवरी एजेंट बनकर शैतान ने ऐसे महिला को बनाया हवस का शिकार

Published on: 04 Jul 2025 | Author: Garima Singh
Pune housing society rape incident: पुणे के कोंढवा इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति ने कूरियर डिलीवरी एजेंट बनकर 22 साल की डेटा साइंटिस्ट के फ्लैट में घुसकर उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया. यह घटना बुधवार शाम को एक आवासीय सोसायटी की 11वीं मंजिल पर स्थित किराए के फ्लैट में हुई. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है.
पुलिस उपायुक्त (जोन IV) राजकुमार शिंदे ने बताया, "आरोपी ने पीड़िता के चेहरे पर रासायनिक पदार्थ का छिड़काव किया, जिसके बाद वह बेहोश हो गई. उसके बाद आरोपी ने महिला के साथ कथित तौर ओर बलात्कार किया. फिर उसने महिला के सेलफोन से दोनों की सेल्फी ली, जिसमे अपनी तस्वीर को क्रॉप किया और उसे धमकी भरा संदेश दिया कि यदि उसने इस घटना की जानकारी किसी को दी, तो वह तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा." पुलिस ने पीड़िता के फोन में क्रॉप की गई तस्वीर और धमकी भरा संदेश देखा है.
आरोपी ने कैसे घटना को दिया अंजाम?
घटना के समय पीड़िता अपने फ्लैट में अकेली थी. उसका छोटा भाई, उस समय अपने अपने होम टाउन गया हुआ था. पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि शाम करीब 7:15 बजे घंटी बजी, और एक व्यक्ति ने खुद को कूरियर डिलीवरी एजेंट बताया. उसने कहा कि उसे बैंक से पार्सल देना है और रसीद पर साइन करने को कहा. जब पीड़िता पेन लाने गई, तो आरोपी ने मौके का फायदा उठाकर फ्लैट में प्रवेश किया और दरवाजा बंद कर लिया.
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा, "हमने पीड़िता के मुंह और नाक से केमिकल एकत्र किए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि बेहोशी के लिए किस रासायनिक पदार्थ का इस्तेमाल किया गया. हम सभी संसाधनों का उपयोग कर अपराधी को जल्द गिरफ्तार करेंगे." कोंढवा पुलिस और शहर की अपराध शाखा की 10 टीमें इस मामले में सुराग जुटा रही हैं. फोरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं, और डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया, हालांकि वह अपराधी का सुराग नहीं लगा सका.
सोसायटी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
घटना जिस सोसायटी में हुई, वह एक 11 मंजिला इमारत है, जिसमें एक ही प्रवेश द्वार और दो सीसीटीवी कैमरे हैं. सोसायटी के एक पदाधिकारी ने बताया, "हमारे पास एक मोबाइल ऐप है, जो प्रवेश और निकास को नियंत्रित करता है. घटना के समय कोई डिलीवरी व्यक्ति सोसायटी में प्रवेश करता नहीं दिखा." हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई डिलीवरी एजेंट एक से अधिक डिलीवरी के लिए आता है, तो उसे अलग-अलग प्रविष्टि दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती.
पीड़िता की स्थिति और मेडिकल जांच
रात करीब 8:30 बजे पीड़िता को होश आया, और उसने अपने रिश्तेदारों को सूचित किया, जिन्होंने तुरंत पुलिस को जानकारी दी. पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 64 (बलात्कार), 77 (दृश्यरतिकता), और 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया है.