भारत ने रोका पानी तो फड़फड़ाया पाकिस्तान, बर्बाद होने वाली है पड़ोसी की 'फसल और नस्ल', बूंद-बूंद को तरस जाएंगे करोड़ों पाकिस्तानी

Published on: 06 May 2025 | Author: Gyanendra Tiwari
India Pakistan Indus Water Treaty: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौते को स्थगित करके पाकिस्तान की हवा निकाल दी है. भारत ने दो नदियों चिनाब और झेलम नदीं के पानी को रोक दिया है. बगलिहार बांध के फाटक बंद करके भारत ने चिनाब नदीं का पानी रोक दिया है. अब कश्मीर में किशनगंगा बांध के जरिए झेलम नदी का पानी रोकने की भारत प्लानिंग कर रहा है. चिनाब नदी का पानी रोकने से पाकिस्तान में इस नदी का वाटर लेवल 85 फीसदी तक कम हो गया है.
सिंधु के पानी की वजह से पाकिस्तान की रोजमर्रा की जिंदगी तो प्रभावित ही होगी साथ ही साथ कृषि में भी बड़ा प्रभाव पड़ेगा. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में सिंधु का पानी बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है. 1960 में हुई सिंधु जल समझौते के तहत दोनों देश नदियों के पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन ये नदिया भारत से होकर पाकिस्तान जाती है. ऐसे में भारत द्वारा उठाए गए कदम के बाद अब पाकिस्तान की हालत खस्ता होने लगी है.
खरीफ फसल पर पड़ेगा असर, 3 करोड़ों लोगों को होगी पीने की पानी की किल्लत
पानी रोके जाने से पाकिस्तान के खरीफ फसलों में पानी की 21 फीसदी तक कमी आएगी. भारत के चिनाब नदी का पानी रोकने से पहले पाकिस्तान में इसका पानी 22 फीट था. एक ही दिन में यह घटकर 7 फीट पर आ गया है. लगातार नदी के सिकुड़ने से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अगले 4 दिनों में करोड़ों लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ सकता है.
वर्ल्ड बैंक की निगरानी में पश्चिमी नदियां सिंधु, झेलम और चेनाब पाकिस्तान को तो पूर्वी नदियां रवि, ब्यास और सतलच भारत को दी गई थी. 1960 में हुए समझौते में सिंधु नदी का पानी भारत को सिर्फ 20 फीसदी इस्तेमाल करने के लिए मिला जबकि पाकिस्तान को 80 फीसदी.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कई पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए है. पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में रुकी हुई जलविद्युत परियोजनाओं को आगे बढ़ाने जैसे कदम उठाए हैं. अब सरकार कई सालों से रुकी 6 हाइड्रो पोजेक्ट को आगे बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रही है.
पाकिस्तान ने किसानों से कहा कि 20 मई तक न बोएं चावल
भारत के कदम के बाद पाकिस्तान ने खरीफ सीजन को देखते हुए किसानों से 20 मई तक धान की फसल न बोने को कहा है. भारत के कदम से पाकिस्तान के कृषि उत्पादन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा.