China Civil Unrest: ट्रंप के टैरिफ बम चीन में सिविल वॉर की आई नौबत, कई राज्यों में धंधे बंद, सैलरी नहीं मिलने से मजदूर सड़कों पर उतरे

Published on: 02 May 2025 | Author: Mayank Tiwari
चीन में पिछले पखवाड़े से काफी नागरिक अशांति फैल गई है, जो अप्रैल 2025 के अंत में चरम पर पहुंच गई. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के प्रभाव से फैक्ट्री और मजदूर गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं. जहां शंघाई से लेकर इनर मंगोलिया तक औद्योगिक क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन फैल गए हैं, जो फैक्ट्री बंद होने, वेतन भुगतान में चूक और निर्यात ऑर्डर में भारी कमी से पैदा हुए हैं.
दरअसल, चीन की निर्यात-प्रधान अर्थव्यवस्था पर ट्रंप के टैरिफ का गहरा असर पड़ा है. न्यूजमैक्स की रिपोर्ट के अनुसार, फैक्ट्रियों के बंद होने और वेतन भुगतान में देरी के कारण शंघाई के पास और इनर मंगोलिया जैसे औद्योगिक केंद्रों में बड़े पैमाने पर मजदूर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं.
औद्योगिक केंद्रों में बढ़ता असंतोष
टोंगलियाओ जैसे शहरों में, मजदूरों ने बकाया वेतन की मांग को लेकर इमारतों पर चढ़कर आत्महत्या की धमकी दी. शंघाई के निकट, एक एलईडी लाइट फैक्ट्री के हजारों मजदूरों ने जनवरी से बकाया वेतन के लिए प्रदर्शन किया. डाओ काउंटी में भी एक स्पोर्टिंग गुड्स कंपनी ने कर्मचारियों को मुआवजा दिए बिना संचालन बंद कर दिया।
आर्थिक मंदी और निर्यात में आई भारी गिरावट
चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी गहरा रही है, और निर्यात ऑर्डर कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान देखे गए निचले स्तर तक गिर गए हैं. विनिर्माण केंद्रों में बड़े पैमाने पर छंटनी और भुगतान में चूक ने मजदूर अशांति को और बढ़ावा दिया है. इस संकट के जवाब में, चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह अमेरिका से टैरिफ बातचीत को दोबारा शुरू करने के लिए नए संचार का आकलन कर रहा है. मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “चीन आकलन कर रहा है क्योंकि अमेरिका ने हाल ही में कई बार संबंधित पक्षों के माध्यम से चीन को संदेश भेजे हैं, जिसमें बीजिंग के साथ टैरिफ मुद्दों पर बातचीत की उम्मीद जताई गई है.
अमेरिका पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप
एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका ने इन व्यापार विवादों को एकतरफा शुरू किया था. मंत्रालय ने कहा कि किसी भी संवाद के लिए “अमेरिकी ईमानदारी, ठोस कदम और एकतरफा टैरिफ हटाने की आवश्यकता होगी.” चीनी अधिकारियों ने “असंगत व्यवहार” के खिलाफ चेतावनी दी और कहा कि बातचीत को दबाव के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिशें विश्वास को और कम करेंगी. ऐसे में प्रशासन ने दबाव में बातचीत से इनकार किया.
ट्रंप की नीति और चीन की अलग-थलग स्थिति
राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और यूरोपीय संघ सहित कई देशों के खिलाफ पारस्परिक टैरिफ हटा दिए या निलंबित कर दिए हैं, लेकिन केवल चीनी आयात पर शुल्क बनाए रखा है, जिससे बीजिंग और अलग-थलग हो गया है. ऐसे में चीन ने जवाबी टैरिफ लागू किए हैं, लेकिन यह एकमात्र देश है जो वर्तमान में सक्रिय अमेरिकी कारोबार दंड का सामना कर रहा है.