कौन है इलियास रोड्रिगेज जिसने अमेरिका में दो इजरायलियों की गोली मारकर की हत्या? लगाए 'मुक्त फिलिस्तीन!' के नारे

Published on: 22 May 2025 | Author: Sagar Bhardwaj
वाशिंगटन डीसी के कैपिटल ज्यूइश म्यूजियम के बाहर बुधवार रात दो इजरायली दूतावास कर्मचारियों की हत्या कर दी गई. हत्यारा एलियास रोड्रिगेज एक कट्टर वामपंथी कार्यकर्ता है, जो पार्टी फॉर सोशलिज्म एंड लिबरेशन (PSL) नामक मार्क्सवादी और फिलिस्तीन समर्थक समूह का सक्रिय सदस्य है. वहीं जिन दो इजरायली दूतावास के कर्मचारियों की हत्या की गई वे जल्द ही सगाई करने वाले थे.
फिलिस्तीन मुक्त के लगाए नारे
30 वर्षीय शिकागो निवासी एलियास रोड्रिगेज को हिरासत में लेते समय उनके हाथ में लाल रंग का कफीया था और वे जोर-जोर से "मुक्त, मुक्त फिलिस्तीन!" के नारे लगा रहे थे. रोड्रिगेज ने यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय, शिकागो से अंग्रेजी में बीए किया है. पेशेवर रूप से, उन्होंने हिस्ट्री मेकर्स में ओरल हिस्ट्री रिसर्चर के रूप में और हाल ही में अमेरिकन ऑस्टियोपैथिक इन्फॉर्मेशन एसोसिएशन में प्रोफाइल्स एडमिनिस्ट्रेशन स्पेशलिस्ट के रूप में काम किया. 2020 में उन्होंने जो बाइडन के लिए राजनीतिक दान भी दिया था.
Elias Rodriguez from Chicago is the murderer and of course when he was arrested he shouted “Free Palestine”
— Cheryl E 🇮🇱🇮🇱🇮🇱🎗️ (@CherylWroteIt) May 22, 2025
This is how the terrorist was filmed - moments after he murdered the Israeli embassy employees.
Palestinianism is a death cult.
Remember, the entire purpose of “free… pic.twitter.com/UXr5wTNee5
रोड्रिगेज ने दुनियाभर में बंटोरीं सुर्खियां
रोड्रिगेज ने सारा मिलग्रिम और उनके मंगेतर यारोन लिश्चिंस्की पर गोलीबारी की, जिसके परिणामस्वरूप दोनों की मृत्यु हो गई. इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरीं और क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया. पीएसएल ने हमले के सुबह अपने सोशल मीडिया पर "नरसंहार विरोधी प्रतिज्ञा" पोस्ट की थी, जिससे संगठन की विचारधारा पर सवाल उठे हैं.
रोड्रिगेज का सामाजिक सक्रियता में इतिहास
2017 में, रोड्रिगेज ने शिकागो में 17 वर्षीय लक्वान मैकडॉनल्ड की मौत की बरसी पर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था, जिन्हें शिकागो पुलिस अधिकारी जेसन वैन डाइक ने गोली मार दी थी. उस समय रोड्रिगेज ने लिबरेशन पत्रिका को बताया, "अमेजन ने सिएटल में जो संपत्ति अर्जित की है, उसे वहां के अश्वेत निवासियों के साथ साझा नहीं किया गया."
उन्होंने आगे कहा, "(अमेजन का) सिएटल का श्वेतकरण संरचनात्मक रूप से नस्लवादी है और उस शहर में रहने वाले सभी श्रमिकों के लिए सीधा खतरा है. क्या हम शिकागो और पूरे देश में चाहते हैं कि विशाल निगमों द्वारा नियंत्रित और कब्जाए गए शहरों का राष्ट्र बने, जहां केवल अमीर और गोरे लोग रह सकें, और हम में से अधिकांश को शहर और समाज के किनारे पर, गहरी गरीबी में जीने के लिए मजबूर होना पड़े?"