Pakistani Spy Noman Ilahi: पाकिस्तान को भेज रहा था भारत की सेना से जुड़ी सीक्रेट जानकारियां, हरियाणा में धरा गया जासूस

Published on: 14 May 2025 | Author: Anvi Shukla
Pakistani Spy Noman Ilahi: हरियाणा के पानीपत में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे युवक को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए युवक की पहचान नौमान इलाही के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के कैराना का रहने वाला है. शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि वह पाकिस्तान में आतंकी इकबाल के संपर्क में था और भारत की खुफिया जानकारी वॉट्सऐप सहित अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से पाकिस्तान भेज रहा था.
पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों को ट्रेस करते हुए नौमान को हिरासत में लिया और उसके मोबाइल की जांच की. जांच में यह सामने आया कि उसका संपर्क पाकिस्तान में मौजूद आतंकी इकबाल से था. पानीपत के कार्यकारी SP गंगाराम पूनिया ने जानकारी दी, 'हमें एक इनपुट प्राप्त हुआ था, जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.'
नौकरी की आड़ में जासूसी
नौमान यहां एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था, लेकिन पुलिस को शक है कि यह नौकरी सिर्फ दिखावा थी और उसका असली उद्देश्य जासूसी करना था. SP पूनिया ने कहा, 'यह कुछ लोगों के संपर्क में था, जिन्हें संवेदनशील जानकारी देता था. प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए हैं.'
#WATCH | Haryana: On arrest of a man who was allegedly in touch with people in Pakistan and passing on sensitive information to them, Panipat SP Ganga Ram Punia says, "We had credible inputs on the basis of which we collected evidence and arrested one Nauman Ilahi, who had been… pic.twitter.com/7Rjzsncl5k
— ANI (@ANI) May 14, 2025
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी चौकसी
6 से 7 मई की रात भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर थीं. इसी दौरान नौमान के नंबर से पाकिस्तान संपर्क होने की बात सामने आई, जिसके बाद उसे जांच के घेरे में लिया गया. पुलिस ने उसके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त कर लिए हैं और उनके विश्लेषण में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
पारिवारिक स्थिति और संपर्क की कहानी
नौमान के माता-पिता का 5 साल पहले निधन हो चुका है. वह अपनी बहन के पास पानीपत आया था और यहीं एक फैक्ट्री में नौकरी की. नौकरी के दौरान उनकी मुलाकात प्रयागराज के रजनीश तिवारी से हुई, जो एक सिक्योरिटी एजेंसी चलाते थे.