'मेट्रो से 1.5 घंटे का सफर 30 मिनट में होगा पूरा', बेंगलुरु में IT कर्मचारियों को मिलेगी घंटो लगने वाले ट्रैफिक से मिलेगी मुक्ति

Published on: 02 May 2025 | Author: Princy Sharma
Namma Metro Yellow Line: बेंगलुरु के लोग जल्द ही यात्रा करने में राहत मिलेगी. दरअसल, Namma Metro Yellow Line का जल्दी आगमन होने वाला है. यह मेट्रो लाइन आर.वी रोड से लेक बोम्मासंद्रा तक रहेगी और आने वाले दिनों में जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है. इस मेट्रो लाइन के चालू होने से इलेक्ट्रॉनिक सिटी जो बेंगलुरु का सबसे बड़ा IT और इंडस्ट्रियल हब है, से जुड़ने में काफी मदद मिलेगी.
इलेक्ट्रॉनिक सिटी बेंगलुरु के बोम्मासंद्रा से सिर्फ 6 किलोमीटर दूर है, जिससे येलो लाइन लाखों IT कर्मचारियों के लिए यात्रा को बहुत आसान बना देगा. इंफोसिस, विप्रो और एचसीएल जैसी प्रमुख टेक कंपनियां यहीं स्थित हैं, और इस क्षेत्र में होसुर रोड और एलिवेटेड एक्सप्रेसवे पर भारी ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है. ऐसे में मेट्रो सेवा की आवश्यकता बेहद अहम हो जाती है, ताकि यात्रा समय कम हो और प्रदूषण में भी कमी आए.
सफर होगा आसान
पीक ऑवर्स के दौरान, बेंगलुरु से इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक यात्रा करने में 1.5 से 2 घंटे लग सकते हैं, लेकिन मेट्रो से यह समय आधा हो जाएगा. इससे न सिर्फ यातायात में सुधार होगा, बल्कि ट्रैफिक जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक भयानक ट्रैफिक जाम के कारण हजारों लोग अपनी कंपनी की गाड़ियों और बसों को छोड़कर घर के लिए पैदल चल पड़े थे, क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक सिटी फ्लाइओवर पर भारी बारिश के दौरान ट्रैफिक पूरी तरह से रुक गया था. उस समय यह जाम 3 घंटे तक चला था. एक सोशल मीडिया यूजर ने भी यह कहा कि वह इस जाम में 1.5 घंटे फंसी रही.
Completely Jammed from past 1.5 hrs in the #electroniccity flyover. I must have reached my home now which is 30kms away. Logged out at 5:20 and we are still stuck! We can see most of the employees of various companies frustrated and starting to walk. @madivalatrfps pic.twitter.com/wqvXuIArN6
— Maria Stefina! 🤍 (@MariaStefina) October 23, 2024
नम्मा मेट्रो येलो लाइन अपडेट
अब अच्छी खबर यह है कि Yellow Line के उद्घाटन का इंतजार खत्म होने वाला है. Bangalore Metro Rail Corporation Limited (BMRCL) को मई के अंत से पहले तीसरी मेट्रो कोच मिलने की आशंका है. 29 अप्रैल को Titagarh Rail Systems ने तीन ट्रेन कोच अपनी पश्चिम बंगाल फैक्ट्री से भेजे हैं और बाकी के तीन कोच 2 मई तक भेजे जाएंगे. यह सभी छह कोच 15 मई तक बेंगलुरु पहुंच जाएंगे. ये कोच 'Made in India' ड्राइवरलेस ट्रेन के हिस्से हैं, जिनमें से पहली ट्रेन जनवरी 2025 में डिलीवर हुई थी. इसके अलावा, कंपनी का लक्ष्य है कि वह सितंबर 2025 तक प्रति माह दो ट्रेन सेट्स डिलीवर करना शुरू कर दे.