'86 47' का मतलब ट्रंप की हत्या? पूर्व FBI डायरेक्टर जेम्स कॉमी की सीपों वाली पोस्ट पर मचा बवाल

Published on: 16 May 2025 | Author: Reepu Kumari
पूर्व एफबीआई डायरेक्टर जेम्स कॉमी की एक इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर अमेरिकी राजनीति में तूफान खड़ा हो गया है. इस पोस्ट में समुद्र तट पर कुछ सीपियों को '86 47' के रूप में सजाया गया था, जिसे देखकर डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने आरोप लगाया कि कॉमी ने उनके पिता और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या का परोक्ष आह्वान किया है.
कॉमी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट को कैप्शन दिया था: "समुद्र तट पर टहलते हुए कूल शेल फॉर्मेशन", लेकिन पोस्ट के वायरल होते ही दक्षिणपंथी सोशल मीडिया यूजर्स और प्रभावशाली लोगों ने इसे एक साजिश बताया. उनका दावा है कि '86' का मतलब होता है 'मारना' या 'छुटकारा पाना', और '47' का अर्थ है कि ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन सकते हैं. इस व्याख्या के आधार पर, उन्होंने कॉमी पर ट्रंप की हत्या का संकेत देने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप जूनियर का पोस्ट
डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, 'कॉमी जानबूझकर मेरे पिता की हत्या का संकेत दे रहे हैं.' इसके बाद कॉमी ने विवाद बढ़ने पर पोस्ट को हटा दिया और सफाई दी कि उनका कोई हिंसात्मक इरादा नहीं था. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता था कि कुछ लोग इन संख्याओं को हिंसा से जोड़ते हैं. मैं हिंसा का पूर्ण विरोध करता हूं, इसलिए पोस्ट हटा दी.'
Just James Comey causally calling for my dad to be murdered.
— Donald Trump Jr. (@DonaldJTrumpJr) May 15, 2025
This is who the Dem-Media worships. Demented!!!! pic.twitter.com/4LUK6crHAT
स्पष्ट प्रमाण नहीं
हालांकि, इस बात का कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिला है कि कॉमी का उद्देश्य किसी प्रकार की धमकी देना था. ‘कैसल्स डिक्शनरी ऑफ़ स्लैंग’ के अनुसार, '86' शब्द का प्रयोग कुछ संदर्भों में 'मिटा देना' या 'मार डालना' के अर्थ में किया गया है, लेकिन इसका उपयोग आम तौर पर अनौपचारिक और मजाकिया संदर्भों में होता है.
इस विवाद के बीच एक और महत्वपूर्ण बात सामने आई है. फरवरी में खबर आई थी कि एफबीआई निदेशक काश पटेल ने 2016 के ट्रंप अभियान में जेम्स कॉमी की भूमिका की आंतरिक जांच शुरू की है. एक व्हिसलब्लोअर ने दावा किया कि कॉमी ने महिला अंडरकवर एजेंटों का इस्तेमाल कर ट्रंप अभियान में 'हनीपोट' ऑपरेशन चलाया था.
इस पूरे मामले ने राजनीतिक ध्रुवीकरण को और गहरा कर दिया है और अमेरिका में चुनावी माहौल को पहले से अधिक तनावपूर्ण बना दिया है.