India Pakistan Tension: '...जंग में नुकसान सिर्फ हमारा', युद्ध जैसे हालातों के बीच महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा के बयान पर गरमाई राजनीति

Published on: 06 May 2025 | Author: Ritu Sharma
Iltija Mufti Big Statement: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले को लेकर पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने गहरी चिंता जाहिर की है. उन्होंने इस घटना को सुरक्षा में गंभीर चूक बताया और कहा कि एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर इस तरह का हमला होना बेहद खतरनाक संकेत है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
इल्तिजा मुफ्ती ने कहा, ''यह एक कायरतापूर्ण हमला था, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.'' उन्होंने बताया कि इस हमले में कई निर्दोष पर्यटक मारे गए, जिनमें दो नवविवाहित महिलाएं भी थीं, जिन्होंने अपने पति खो दिए. इल्तिजा ने कहा कि धर्म या क्षेत्रीय पहचान से पहले हम सब इंसान हैं और ऐसी घटनाएं दिल तोड़ देती हैं.
बता दें कि पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल पूछे जाने पर इल्तिजा ने आगे कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर की कानून व्यवस्था पूरी तरह केंद्र सरकार के नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए, क्योंकि सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली के अधीन हैं.
'महबूबा जी की छवि तोड़-मरोड़ कर पेश की जाती है'
महबूबा मुफ्ती के पहलगाम दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए इल्तिजा ने कहा कि, ''महबूबा जी शांति पसंद नेता हैं, लेकिन मीडिया उन्हें भारत विरोधी दिखाने की कोशिश करता है. उन्होंने पर्यटकों से मुलाकात कर यह संदेश दिया कि कश्मीर उनका स्वागत करता है.''
'पाकिस्तानी नागरिकों को निकालना मानवता के खिलाफ'
वहीं इल्तिजा ने कहा कि पिछले दशकों में कई पाकिस्तानी नागरिक भारत में बस चुके हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक पाकिस्तानी महिला का बेटा सीआरपीएफ में शहीद हुआ और गृह मंत्री खुद मिलने गए थे. उन्होंने कहा, ''हमें इंसानियत के नजरिए से फैसले लेने चाहिए.'' भारत-पाक तनाव पर उन्होंने आगे कहा, ''हम सीमावर्ती राज्य हैं, युद्ध की स्थिति में सबसे ज्यादा नुकसान हमारा ही होता है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा था कि युद्ध का युग समाप्त हो चुका है, अब उस बात को याद करने का वक्त है.''
'कश्मीरियों को शक की नजर से देखना गलत'
इल्तिजा ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद देशभर में कश्मीरियों को शक और नफरत की निगाहों से देखा जा रहा है. उन्होंने पीएम मोदी से अपील की कि वे सिर्फ हिंदुओं के नहीं, सभी धर्मों के प्रधानमंत्री हैं और उन्हें कश्मीरियों से संवाद करना चाहिए.
वक्फ अधिनियम मुसलमानों के अधिकारों पर हमला
बताते चले कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम को मुस्लिम विरोधी बताते हुए इल्तिजा ने कहा कि, ''जैसे अनुच्छेद 370 के समय लोगों को गुमराह किया गया, वैसे ही अब वक्फ अधिनियम के जरिए मदरसे और दरगाहें निशाना बन रही हैं. यह अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला है.''
'एनसी और भाजपा एक ही राह पर'
इतना ही नहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के रुख पर सवाल उठाते हुए इल्तिजा ने कहा कि अगर एनसी भाजपा की लाइन पर ही चलेगी तो जनता को क्या फायदा? उन्होंने कहा कि विधानसभा में वक्फ अधिनियम पर कोई चर्चा नहीं हुई, जो बेहद निराशाजनक है.
'हर कोई OGW नहीं होता'
इसके अलावा, ओवर ग्राउंड वर्कर को लेकर इल्तिजा ने कहा कि बिना पुख्ता सबूत के किसी को आतंकवादी कहना ठीक नहीं. उन्होंने कहा कि पहले भी कई फर्जी मुठभेड़ों के मामले सामने आ चुके हैं और सरकार को निर्दोष लोगों के घर तोड़ने से बचना चाहिए.